स्थिर वैद्युतिकी क्या है?
“भौतिक विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत स्थिर आवेशो के गुणो एवं उनसे संबंधित विद्युत बल, विद्युत क्षेत्र, विद्युत विभव, विद्युत धारिता एवं विद्युत ऊर्जा का अध्ययन किया जाता है, स्थिर वैद्युतिकी कहलाती है। “
स्थिर वैद्युत के उदाहरण।
(1) शुष्क मौसम में स्वेटर या संश्लेषित वस्त्रों को शरीर से उतारते समय चर-चर की ध्वनि का उत्पन्न होना तथा कभी-कभी चिंगारीयो का दिखाई देना।
(2) विद्युत विसर्जन के कारण आकाश में गर्जन के समय तड़ित का दिखाई देना।
(3) बस की सीट पर से खिसकने के पश्चात उसमें लगी लोहे की छड़ को पकड़ने पर विद्युत झटके का अनुभव होना।
(4) टेलीविजन (T.v) या कंप्यूटर के मॉनिटर के नजदीक अपनी हथेली इस्तरी किया कागज लाने पर कड़क की ध्वनि का उत्पन्न होना या कागज का मानीटर की ओर आकर्षित होना इत्यादि।
Gharsda prapt Vidyut