मापन में त्रुटियां क्या है?
मापन की अनिश्चितताओं को मापन में त्रुटियां कहते हैं।
मापन में त्रुटि के प्रकार।
मापन में त्रुटिया दो प्रकार की होती है – :
(1) क्रमबद्ध त्रुटि।(2) यादृच्छिक त्रुटि।
(1) क्रमबद्ध त्रुटि – :
यंत्र की बनावट, अपूर्ण तकनीक, मापन के समय भौतिक राशियों में परिवर्तन, व्यक्तिगत त्रुटि के कारण होने वाली त्रुटियों को क्रमबद्ध त्रुटि कहते हैं।
ये त्रुटि निम्नानुसार हो सकती है – :
(a) यंत्रीय त्रुटि
यह त्रुटि यंत्र की बनावट के कारण होती है।
यंत्रीय त्रुटि निम्न प्रकार की होती है-:
(a.1) शुन्यांक त्रुटि
मुख्य स्केल व वर्नियर कैलीपर्स के शुन्य एक सीध में होना चाहिए यदि ऐसा नहीं होता है तो यह शुन्यांक त्रुटि कहलाती है।
(a.2) अल्पतमांक त्रुटि
मापन यंत्रों की यथार्थता की सीमा के कारण होने वाली त्रुटि को अल्पतमांक त्रुटि कहते हैं।
(a.3) अचर त्रुटि
बार-बार प्रेक्षण लेने के बाद भी त्रुटि का मान उतना ही रहता है तो इस प्रकार की त्रुटि को अचर त्रुटि कहते हैं।
(b) बाह्य कारकों के कारण त्रुटि
बाह्य परिस्थितियों जैसे दाब, ताप, वायु आदि के कारण यह त्रुटि होती है।
(c) अपूर्णता त्रुटि
त्रुटियों का कारण जानते हुए भी त्रुटियों का पूर्णरूपेण निराकरण न कर पाना अपूर्णता त्रुटि कहलाती है।
(d) व्यक्तिगत त्रुटि
मापनकर्ता की असावधानी या अज्ञानता के कारण अथवा यंत्रों का पाठ्यांक उचित तरीके से ना लेने के कारण होने वाली त्रुटि को व्यक्तिगत त्रुटि कहते हैं
(2) यादृच्छिक त्रुटि
यदि कोई मापनकर्ता किसी भौतिक राशि की माप कई बार लेता है, और प्रत्येक बार अलग-अलग पाठ्यांक प्राप्त होता है तो इस प्रकार की त्रुटि को यादृच्छिक त्रुटि कहते हैं।