कोशिका जीव विज्ञान में उपयोग में लाई जाने वाली कुछ तकनीकी का वर्णन कीजिए।
कोशिका जीव विज्ञान में कुछ निम्न तकनीकी उपयोग में लाई जाती है-
अत्यधिक शुद्ध पदार्थों को प्राप्त करने तथा पहचानने हेतु अनेक तरीके प्रयोग में लाए जाते हैं। रासायनिक यौगिकों के पृथक्करण व शुद्धीकरण हेतु अनेक भौतिक तथा रासायनिक तरीके प्रचलित हैं। आंशिक अवक्षेपण (Fractional precipitation), क्रिस्टलाइजेशन (Crystallization) तथा डिस्टीलेशन (Distillation) वे भौतिक विधियाँ हैं जिन्हें प्राय: प्रयोग में लाए जाते हैं। कभी-कभी पृथक्करण हेतु भौतिक और रासायनिक दोनों विधियाँ प्रयोग में लायी जाती हैं। किन्तु ये विधियाँ उस समय असफल हो जाती हैं जब ऐसे पदार्थों की पहचान या पृथक्करण या शुद्धीकरण करना हो जिनके भौतिक या रासायनिक गुण अत्यधिक समान हों जैसे विभिन्न अमीनो अम्लों के गुणों में अत्यधिक समानता होती है। विभिन्न अमीनो अम्लों का जटिल मिश्रण प्रोटीन बनाता है। इस प्रकार की समस्याओं को सुलझाने हेतु क्रोमैटोग्राफी की महत्वपूर्ण भूमिका है। जटिल परिस्थितियों में पृथक्करण क्रोमैटोग्राफी द्वारा बड़ी तीव्रता से कुशलतापूर्वक किया जाता है।