घूर्णी गति क्या है?
“जब किसी दृढ़ पिंड पर बल या बलयुग्म लगाने से वह पिंड किसी अक्ष के परित: घूमने लगता है तो उसकी इस गति को घूर्णी गति कहते हैं। “
बलयुग्म क्या है?
“जब किसी दृण पिण्ड पर दो समान परिणाम के बल विपरीत दिशा में इस प्रकार आरोपित किए जाते है कि उनकी क्रिया रेखा एक ही हो तो बल के इस युग्म को बल युग्म कहते हैं। “
बल आघूर्ण क्या है?
“किसी बाह्य बल द्वारा पिंड को किसी अक्ष के परित: घुमाने के प्रभाव को उस बल का बल आघूर्ण कहते हैं।”
किसी बिंदु अथवा अक्ष के परित: बल आघूर्ण बल के परिणाम तथा उस बिंदु या अक्ष से बल की क्रिया रेखा की लम्बवत दूरी के गुणनफल के बराबर होता है।
बलयुग्म आघूर्ण क्या है?
” बलयुग्म के किसी एक बल और उनकी क्रिया रेखाओं के बीच की लंबवत दूरी के गुणनफल को बलयुग्म आघूर्ण कहते हैं ”
जड़त्व आघूर्ण क्या है?
“किसी पिंड का किसी अक्ष के परित: जड़त्व आघूर्ण पिंड के द्रव्यमान तथा घुर्णन अक्ष से भिंड की दूरी के वर्ग के गुणनफल के बराबर होता है।”
विघुर्णन त्रिज्या क्या है?
“किसी पिंड की अक्ष से लंबवत दूरी को उससे पिंड की विघूर्णन त्रिज्या कहते हैं।”
इसे k से व्यक्त करते हैं।
विघुर्णन त्रिज्या का (s.i) मात्रक एवं विमीय सूत्र।
विघुर्णन त्रिज्या का s.i मात्रक मीटर है।
विघुर्णन त्रिज्या का विमीय सूत्र M°LT° होता है।