विद्युत वाहक बल क्या है? विभवांतर क्या है? विद्युत वाहक बल और विभवांतर में अंतर।

विद्युत वाहक बल क्या है?  “सेल के खुले परिपथ में सेल के इलेक्ट्रॉनों के बीच के  विभवांतर को विद्युत वाहक बल कहते हैं। “ विभवांतर क्या है?  “बंद परिपथ में किन्हीं दो बिंदुओं के विभव के अंतर को  विभवांतर कहते हैं। ”  विद्युत वाहक बल और विभवांतर में अंतर। No. वि. वा. बल विभवांतर (1) सेल के … Read more

चर तथा अचर राशि क्या है? फलन, वृद्धि तथा अवकलन क्या है? उदाहरण

अचर राशि क्या है? उदाहरण कोई भी राशि जिसका मान निश्चित हो तो उसे स्थिर या अचर राशि कहते हैं।  चर राशि क्या है? उदाहरण अचर राशि के विपरीत चर राशि या परिवर्ती वह है जिसका मान परिवर्तित होता रहता है।  फलन राशि क्या है? उदाहरण यदि कोई चर राशि किसी दूसरी चर राशि से इस प्रकार सम्बन्धित हो कि … Read more

प्रायिकता क्या है ? प्रायिकता के उदाहरण सहित समझाइए।

प्रायिकता क्या है ? प्रायिकता के उदाहरण  यदि कोई घटना ‘a’ प्रकार से घटित हो सकती है और ‘b’ प्रकार से घटित नहीं हो सकती है तो परिभाषा से,                                                      … Read more

रेखीय ग्राफ व ढाल का परिकलन ( सरल रेखा ), सरल रेखा का ढाल या प्रवणता |

  रेखीय ग्राफ व ढाल का परिकलन  सरल रेखा की परिभाषा  सरल रेखा-किन्हीं दो बिन्दुओं को मिलाने वाले सबसे छोटे पथ को सरल रेखा कहते हैं। सरल रेखा झुकाव (Inclination) किसी सरल रेखा का झुकाव वह कोण है, जो वह X-अक्ष के साथ धनात्मक दिशा में बनाती है। अन्त:खण्ड का अन्तःरोध (Intercept) सरल रेखा X-अक्ष और … Read more

वक्र आलेखन (ग्राफ) क्या है ? वक्र का समीकरण , बिन्दु-लेखाचित्र

   वक्र आलेखन (ग्राफ) क्या है ? वक्र का समीकरण  किसी वक्र का समीकरण वह बीजीय संबंध होता है, जो उसके प्रत्येक बिन्दु के निर्देशांकों में हों। बिन्दु-लेखाचित्र (graph) वह वक्र, जिस पर दिये हुए समीकरण को संतुष्ट करने वाले सभी बिन्दु स्थित हों, समीकरण का लेखाचित्र कहलाता है। किसी दिये हुये समीकरण द्वारा निरूपित … Read more

लघुगणक क्या है? इसकी परिभाषा , प्रकार | लघुगणक के भाग और नियम

लघुगणक क्या है?  लघुगणक की परिभाषा | “किसी दिये हुए आधार पर किसी संख्या का लघुगणक (log), आधार का वह घातांक है, जिसे आधार पर लगाने से वह संख्या प्राप्त होती है।” यदि           y = e x                    हो, तो                … Read more

आवेशित संधारित्र की ऊर्जा क्या है? संधारित्र में संचित ऊर्जा , आवेश का पृष्ठ घनत्व ,वान-डी ग्राफ जनित्र

  आवेशित संधारित्र की ऊर्जा क्या है?  संधारित्र को आवेशित करने में किया गया कार्य उसकी स्थितिज ऊर्जा के रूप में संचित हो जाता है। यह कार्य अपनाए गए तरीके पर निर्भर नहीं करता है इसका मान केवल प्रारंभिक एवं अंतिम स्थितियों में कार्य के अर्थात  स्थितिज ऊर्जा के अंतर पर निर्भर करता है। संधारित्र … Read more

संधारित्र क्या है? संधारित्र के प्रकार, सिद्धांत ओर उपयोग। संधारित्र की धारिता को प्रभावित करने वाले कारक।

  संधारित्र क्या है? संधारित्र का सिद्धांत क्या है?  “किसी आवेशित चालक के समीप पृथ्वी से संबंधित अन्य चालक को लाने पर आवेशित चालक की विद्युत धारिता बढ़ जाती है। दो चालकों के इस समायोजन को ही संधारित्र कहते हैं। ” यही संधारित्र का सिद्धांत है। इसे हम इस प्रकार से भी कह सकते है।   … Read more

आवेश केंद्र क्या है? विद्युत धारिता क्या है? परावैद्युत का ध्रुवण ,परावैद्युत सामर्थ्य

  आवेश केंद्र क्या है? “एक ऐसा बिंदु जहां पर समस्त आवेश को केंद्रित माना जा सकता है, आवेश केंद्र कहलाता है। “ अर्थात ऎसा बिन्दु जिस पर संपूर्ण आवेश केंद्रित माना जाता है। आवेश केंद्र कहलाता है। विद्युत धारिता क्या है?  यदि किसी चालक को Q आवेश देने से उसके विभव में V की … Read more

विद्युत विभव का अध्यारोपण सिद्धांत क्या है? विभव को प्रभावित करने वाले कारक। विभव प्रवणता समविभव पृष्ठ

विद्युत विभव का अध्यारोपण सिद्धांत क्या है?  “आवेश निकाय के कारण किसी बिंदु पर विभव अलग-अलग आवेशों के कारण उस बिंदु पर उत्पन्न विभव के बीजगणितीय योग के तुल्य होता है। ”                               इस सिद्धांत को विद्युत विभव का अध्यारोपण सिद्धांत … Read more