उत्क्रमणीय और अनुत्क्रमणीय प्रक्रम क्या है। उत्क्रमणीय और अनुत्क्रमणीय प्रक्रम में अंतर

 

उत्क्रमणीय और अनुत्क्रमणीय प्रक्रम  क्या है । उत्क्रमणीय और अनुत्क्रमणीय प्रक्रम की परिभाषा। उत्क्रमणीय और अनुत्क्रमणीय प्रक्रम में अंतर

उत्क्रमणीय प्रक्रम क्या है? उत्क्रमणीय प्रक्रम की परिभाषा 

उत्क्रमणीय प्रक्रम (Reversible Process)–  यदि किसी प्रक्रम में प्रेरक बल (Driving force) का मान विरोधी बल (Opposing force) के मान से अत्यन्त सूक्ष्म (Infinitesimal) अधिक हो तथा यदि विरोधी बल का मान अत्यन्त सूक्ष्म बढ़ा देने से प्रक्रम उत्क्रमित (Reverse) हो जाये तो ऐसे प्रक्रम को उत्क्रमणीय प्रक्रम कहते हैं।

किसी उत्क्रमणीय प्रक्रम में तन्त्र के अवस्था फलन (जैसे-दाब तथा ताप) परिपाश्विक (Surround- ings) के अवस्था फलनों से अत्यन्त सूक्ष्म मान से कम होते हैं । इस प्रकार उत्क्रमणीय प्रक्रम अत्यन्त सूक्ष्म वेग से चलता है तथा तन्त्र के अवस्था फलनों में एक क्षण से दूसरे क्षण के अंतर्गत होने वाला परिवर्तन भी अत्यन्त सूक्ष्म होता है। अतः तन्त्र हमेशा परिपाश्विक से साम्यावस्था में रहता है तथा परिपाश्विक के अवस्था फलनों में अत्यन्त सूक्ष्म परिवर्तन कर देने पर उत्क्रमित (Reverse) किया जा सकता है।

अनुत्क्रमणीय प्रक्रम क्या है? अनुत्क्रमणीय प्रक्रम की परिभाषा 

अनुत्क्रमणीय प्रक्रम (Irreversible Process)-   अनुत्क्रमणीय प्रक्रम में तन्त्र के अवस्था फलन (State function) परिपाश्विक के अवस्था फलनों से परिमित (Finite) मात्रा में भिन्न होते हैं, जिससे तन्त्र अपने परिपाश्विक से साम्यावस्था में नहीं रहता। यह प्रक्रम एक परिमित वेग से चलता रहता है तथा परिपाश्विक में अत्यन्त सूक्ष्म अन्तर करने पर उत्क्रमणीय नहीं होता। 

उत्क्रमणीय तथा अनुत्क्रमणीय प्रक्रम में अन्तर

उत्क्रमणीय तथा अनुत्क्रमणीय प्रक्रम में अन्तर-      सभी उत्क्रमणीय प्रक्रम पूरी तरह से सैद्धान्तिक हैं। इनके पूर्ण होने के लिए अनन्त समय (Infinite time) लगता है। अत: उत्क्रमणीय प्रक्रम सम्भव नहीं है। ये केवल सैद्धान्तिक व काल्पनिक हैं। प्रयोगशाला में तथा प्रकृति में होने वाले सभी प्रक्रम अनुक्रमणीय होते हैं। यद्यपि उत्क्रमणीय प्रक्रम काल्पनिक हैं तथापि उनका ऊष्मागतिकी के अध्ययन में विशेष महत्व है। 

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